माटी की गुड़िया कमल शुक्ल जी की प्रसिद्ध कृति है जिसमें उन्होंने कहानी की नायिका सरोज के माध्यम से जीवन की यात्रा में आने वाली परिस्थियों को बहुत ही मार्मिक रूप में प्रस्तुत किया है।
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