ग्रंथ अकादमी से प्रकाशित विजयधीर का लघु उपन्यास जिसकी नायिका एक ठाकुरों के गांव के स्कूल की अध्यापिका है। जो गांव में व्याप्त कुरीतियों से लड़ते-लड़ाते राहुल और ज्योति नामक जोड़े के प्रेम विवाह के विवाद में पड़ जाती है और कैसे उस जोड़े के विवाह को सम्पन्न कराने के लिए जूझती है कहानी उसी के आस पास घुमती है
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