'लोक कथाओं में अभिप्रायों की भूमिका' में लेखक ने कुमाऊनी लोकसाहित्य, आदिवासी लोकगीत, ब्रजलोक वार्ता, देवी-देवाताओं का पारिवारिक और दामपत्य जीवन, शिव संबंधी कथा, लोककला और संवेदना, आधुनिक नाटकों के विषयवस्तु की रचना की है।
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