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लेखक : अरुण प्रकाश

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : प्रवीण प्रकाशन, दिल्ली

प्रकाशन वर्ष : 1995

श्रेणियाँ : कहानी

पृष्ठ : 147

सहयोगी : भारतीय भाषा परिषद ग्रंथालय

लाखों के बोल सहे

पुस्तक: परिचय

लाखों के बोल सहे अरुण प्रकाश जी की चर्चित कहानी संग्रह का संकलन है। इन की कहानियों में इनका अपनापन और सामाजिक दर्द झलकता है।

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