'कृष्णशार' इस पुस्तक में लेखक ने स्वतंत्रता के विषय में बहुत विस्तार से और मार्मिक पहलुओं को समझाया है। देश में होने वाले कार्यालयी कार्य, शासन-प्रशासन सभी क्षेत्रों की स्थिति को परत-दर-परत के अनुसार बताया है।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए