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लेखक : कमल कुमार

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली

प्रकाशन वर्ष : 1996

श्रेणियाँ : कहानी

पृष्ठ : 122

सहयोगी : भारतीय भाषा परिषद ग्रंथालय

क्रमश:

पुस्तक: परिचय

डॉ. कमल कुमार के इस नवीनतम कहानी-संग्रह ‘क्रमशः' की कहानियाँ समय की संवेदना को सम्पूर्णता में समझते हुए अपने विस्तृत होते अनुभवों के अनेक नये स्तरों को वैचारिक सामर्थ्य के साथ खोलती हैं। वास्तव में जटिल सामाजिक यथार्थ तथा युग-संघर्षों उपजी विसंगतियों को उजागर करने के साथ ही इस संग्रह की कहानियाँ मनुष्य के अन्तर्वैयक्तिक सम्बन्धों की अन्दरूनी त्रासदी और उसकी गहन करुणा को भी पूरी ईमानदारी और समझदारी के साथ अभिव्यक्त करती हैं।

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