“खाली हाथ वाली अम्मा” में सोलह कहानियों का एक संकलन है, जो 2014 में प्रकाशित हुआ था। इस कहानी संग्रह की कहानियों के माध्यम से समाज की ‘संश्लिष्ट’ अवस्था को समझने का प्रयास किया गया है और साथ ही साथ यह कहानियाँ समाज के विभिन्न चित्रों को यथार्थतः पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत करती हैं। इस कहानी संग्रह के माध्यम से प्रबोध कुमार गोविल ने अपने अनुभव से जन्में पात्रों को अपने समकाल से मुठभेड़ करते हुए दर्शाया है।