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संपादक : रामदीन सिंह

संस्करण संख्या : 003

प्रकाशक : रामरन विजय सिंह

प्रकाशन वर्ष : 1914

पृष्ठ : 48

सहयोगी : सरदार शहर पब्लिक लाइब्रेरी

कर्पूर मंजरी

पुस्तक: परिचय

यह नाटक शुद्ध प्राकृत भाषा में राजशेखर कवि का बनाया हुआ है। इस की केवल एक अति प्राचीन प्रति मिली थी। उसी प्रति के कथाभाग से यह नाटक निर्मित हुआ।

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