यह पुस्तक रामकुमार जी की तेरह कहानियों का एक संग्रह है। जिनमें से हुस्ना बीबी उनकी एक बहुत ही मशहूर कहानी है। इन कहानियों की आत्मीयता संक्रामक है। इनमें एक नये प्रकार का दृष्टि कोण है। इसमं सत्य का नया और असुंदर रूप दिखायी देता है।
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