हमारे समकालीन में इतना विराट, विस्तृत और व्यापक रचना-संसार शायद किसी अन्य लेखक का नहीं है, जितना की गुरमुख सिंह जीत का है। इस बात के अलावा मुझे यह कहने में भी संकोच नहीं की उनकी लगभग हर कहानी अपने अछूते कथ्य के कारण विशिष्ट बन जाती है। गुरमुख सिंह जीत जी अपनी कहानियों में नीरसता व एकसारता को तोड़ कर, कम से कम जटिलताओं के साथ प्रस्तुत करते हैं किसी लेखक का साहित्य यदि पाठक को पढ़ने के लिए मजबूर कर दे तो उसे ही साहित्य की आंतरिक क्षमता का श्रेय दिया जा सकता है।
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