'धरती मेरी माँ' इस उपन्यास का कथानक नवभारत के नव-निर्माण हेतु किये गये नये प्रयत्नों की सफलता और अपनी कल्पना के आदर्श समाज की स्थापना के रूप में प्रतिष्ठित है। यह उपन्यास आज के सामान्य जन-जीवन के लिए बड़ा उपयोगी है।
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