'दस प्रतिनिधि कहानियाँ' बलराम ने इस कृति में बड़े सैहार्द से अपनी लेखनी चलाई है जिसमें उन्होंने यथार्थ का सार्थक रूप चित्रित किया है। इस पुस्तक में कहानियों का स्वरूप अत्यंत मार्मिक है।
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