Font by Mehr Nastaliq Web

पुस्तक: परिचय

चले आ रहे हैं प्रस्तुत पुस्तक में गोपालप्रसाद व्यास जी ने अपने सामंती प्रथा और महाजनी पर व्यंग्यात्मक और विनोदमयी रूप में कविता लिखा है।

.....और पढ़िए

लेखक की अन्य पुस्तकें

लेखक की अन्य पुस्तकें यहाँ पढ़ें।

पूरा देखिए

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए