प्रस्तुत पुस्तक में इंदिरा जी ने अनंत की ज़िंदगी के जद्दोजहद को दर्शाया। एक मज़दूर के लिए सबसे अहम कर्तव्य उसका कार्य है उसकी मज़दूरी है। अनंत के माध्यम से इंदिरा जी ने सामाजिक परिवेश को दर्शाया है और अनंत को अकर्मठ व मेहनती दिखाया है।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए