रचनाकार के अनुसार 'अदृश्य किनारा' एक विकल्प है, ढलते सूर्य को फिर से उगने की तत्परता प्रदान करने का। एक कंपन है, एक स्फुरण है, एक दायित्व है, एक पुल है मेरे हदय के भावों को आपके हदय से जोड़ने का।
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