'अधूरे-से कुछ दिन' प्रस्तुत पुस्तक भारत के विभाजन के के समय की कहानी है। इस कथा के माध्यम से रचनाकार ने नई ज़मान की खोज की है। जिसमें एक और मनुष्य की त्रासदी है और दूसरी ओर उसके नये रिश्ते।
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