स संग्रह में 21 लेख हैं। कुछ पुराने हैं, कुछ थोड़े ही समय पूर्व के लिखे हुए हैं। जो पुराने हैं, वे पुराने होकर भी पुराने नहीं। एक तो भूली हुई पुरानी बात भी सुनने पर नई मालूम होती है। दूसरे, इस पुस्तक में जिन विषयों या बातों का उल्लेख है, उनमें से अधिकांश पुरानी हो ही नहीं सकतीं। जिन विषयों का समावेश इसमें है, वे प्रायः सभी आश्चर्य-जनक, अतएव कौतूहल-वर्द्धक हैं। इस कारण, और कामों से छुट्टी मिलने पर, मनोरंजन की इच्छा रखनेवाले पुस्तक-प्रेमी इसके पाठ से अपने समय का सद्व्यय कर सकते हैं; और संभव है, इससे उन्हें कुछ नई बातें भी मालूम हो जायँ।
जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
टिकट ख़रीदिए