आगामी अतीत में लेखक ने निहायत फूहड़ ढंग से रोमांटिकता को रोमांटिकता से ही तोड़ने की कोशिश इस उपन्यास में की है। लेखक के इस रचना से हमें ओझेपन से बचने की सीख मिलती है।
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