एक खिलाड़ी की कुछ यादें
60 साल की बात करने से पहले मैं कुछ साल और पीछे जाना चाहता हूँ। लाहौर को याद करना चाहता हूँ, जब मैं बैडमिंटन चैंपियन था। स्कूल ग्राउंड में एक दिन ध्यानचंद को हॉकी खेलते देखा। उसके बाद मैं हॉकी का ही हो गया। यह बताता है कि बड़े खिलाड़ी को देखना आप पर कितना