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भगवान के डाकिए

bhagwan ke Dakiye

रामधारी सिंह दिनकर

रामधारी सिंह दिनकर

भगवान के डाकिए

रामधारी सिंह दिनकर

और अधिकरामधारी सिंह दिनकर

    नोट

    प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा आठवीं के पाठ्यक्रम में शामिल है।

    पक्षी और बादल,

    ये भगवान के डाकिए हैं,

    जो एक महादेश से

    दूसरे महादेश को जाते हैं।

    हम तो समझ नहीं पाते हैं

    मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ

    पेड़, पौधे, पानी और पहाड़

    बाँचते हैं।

    हम तो केवल यह आँकते हैं

    कि एक देश की धरती

    दूसरे देश को सुगंध भेजती है।

    और वह सौरभ हवा में तैरते हुए

    पक्षियों की पाँखों पर तिरता है।

    और एक देश का भाप

    दूसरे देश में पानी

    बनकर गिरता है।

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    रामधारी सिंह दिनकर

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    स्रोत :
    • पुस्तक : वसंत (भाग-3) (पृष्ठ 19)
    • रचनाकार : रामधारी सिंह ‘दिनकर’
    • प्रकाशन : एन.सी. ई.आर.टी
    • संस्करण : 2022
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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