इंतजार तो खत्म हुआ प्रस्तुत पुस्तक में अनेक कहानियाँ संकलित हैं। इन कहानियों में कुछ बातें सामने आती हैं इनमें जो स्त्रियाँ हैं उनके चारों ओर का वातावरण बर्बर वातावरण है दूसरा स्त्री परिवार के प्रति दायित्व से मुँह नहीं मोड़ पा रहा है। इन कहानियों में कुछ स्त्रियों ने ख़ुद को इन चीज़ों से आज़ाद कार लिया है और कुछ अभी भी उसी कुंठा के साथ जीती रहती हैं।