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हवा और पानी और पत्थर (रोज़र कैलोइस के लिए)

hava aur pani aur patthar (rojar kailois ke liye)

ओक्ताविओ पाज़

ओक्ताविओ पाज़

हवा और पानी और पत्थर (रोज़र कैलोइस के लिए)

ओक्ताविओ पाज़

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    पानी ने खोल दिया पत्थर को
    हवा ने छितराया पानी को
    पत्थर ने रोका हवा को
    पानी और हवा और पत्थर।
     
    हवा ने तराशा पत्थर को,
    पत्थर एक प्याला बना पानी का,
    बहता है पानी और बनता है हवा,
    पत्थर और हवा और पानी।
     
    गाती है मुड़ती हुई हवा,
    कलकल करता है पानी बहता हुआ
    पत्थर है स्थिर चुप है
    हवा और पानी और पत्थर
     
    एक ही दूसरा, और एक, दूसरे-सा नही,
    छूछे नामों के बीच अपने
    गुज़रते और खो वे जाते हैं
    पानी और पत्थर और हवा। 
    स्रोत :
    • पुस्तक : ओक्ताविओ पाज़ की कविताएँ (पृष्ठ 40)
    • रचनाकार : ओक्ताविओ पाज़
    • प्रकाशन : साहित्य अकादेमी
    • संस्करण : 2015
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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