जागते को कौन जगाये, वेद व्यास का यह उपन्यास आज के समाज के लिए एक नया स्तंभ खड़ा करता है जिसमें उन्होंने पाठक के ऊपर सही व ग़लत का निर्णय छोड़ दिया है।
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