मेहमान
वे आएँगे, इस बात का तनाव मेरे ऊपर सुबह से सवार था।
लेकिन जब वे आ गए तो यह भी पता नहीं चल सका कि किसी सवारी से आए हैं या पैदल। दरवाज़े पर बहुत ही हल्के-से ठक-ठक हुई। मुझे उनका इंतज़ार था, इसलिए फ़ौरन समझ गया कि वे ही हैं। लगा जैसे नीचे एक बहुत लंबी