Font by Mehr Nastaliq Web

वाराणसी के रचनाकार

कुल: 59

हिंदी की अग्रणी एवं सुप्रतिष्ठित रचनाकार।

मूलतः गणितज्ञ और ज्योतिषाचार्य। हिंदी भाषा और नागरी लिपि के प्रबल पक्षधर। 'नागरी प्रचारिणी सभा' के सभापति भी रहे।

सेवक

1815 - 1881

रीतिकालीन अलक्षित कवि।

प्राचीन काव्य के ख्यातिप्राप्त टीकाकार और अलक्षित कवि।

साहित्यकार, शिक्षाविद् और राजनेता। भारतीय सांस्कृतिक और समाजवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

रामानंद के बारह शिष्यों में से एक। जाति-प्रथा के विरोधी। सैन समुदाय के आराध्य।

सुपरिचित कवि-आलोचक। ‘साखी’ पत्रिका के संपादक।

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए