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पंजाब : तीन प्रभाव-स्केप

panjab ha teen prabhaw skep

रविंदर रवि

रविंदर रवि

पंजाब : तीन प्रभाव-स्केप

रविंदर रवि

और अधिकरविंदर रवि

    एक

    गीत बनने वाले बोल

    गोली बन रहे हैं

    ओंठ सूने हैं

    दिमाग़ में चक्रवात

    और दिल को

    बाँसुरी की एक उदास, शोक ध्वनि

    स्थिर मौन मुद्रा में

    चिपककर रह गई है।

    दो

    गमले में से पुष्पों के स्थान पर

    विस्फोट फल रहा है

    गिद्धों में आतंक

    भँगड़े, घोड़ी, सेहरे शांत

    घरों के सांस्कृतिक जंगल में

    पेड़ बना मनुष्य

    अपने साए से भयाकुल

    पहचान नहीं पा रहा

    अपने ही चेहरे से

    झाँकता-छिपता आतंक।

    तीन

    व्यक्तित्व को संपन्नता देते खिलौने

    हो रहे हथियार

    चेतना के विकास से पूर्व ही बच्चे

    त्रिशूल और कृपाण देख रहे हैं

    और देखते हैं—‘ए.के. फोर्टी सेवन असाल्ट राइफ़ल’

    मशीनगन, मिसाइलें, टैंक या अन्य बहुत कुछ

    प्लास्टिक की बिजलाणु खेलशाला में ढल रहा

    उनका कोरा मन

    सुर्ख़, ख़ून और लाल रंग का

    अंतर नहीं कर पाता

    लोरी में उठ रही है

    भीतर ही भीतर चुपचाप

    सेना के आक्रमण गीत की धुन

    बड़ों के मॉडल से बढ़, फैल रहा है

    भविष्य की जीवनशैली का कैसा गंभीर संकट!

    स्रोत :
    • पुस्तक : बीसवीं सदी का पंजाबी काव्य (पृष्ठ 193)
    • संपादक : सुतिंदर सिंह नूर
    • रचनाकार : कवि के साथ अनुवादक फूलचंद मानव, योगेश्वर कौर
    • प्रकाशन : साहित्य अकादेमी
    • संस्करण : 2014
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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