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मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

mere shahr ke hain sawal kuch

हिमांशु बाजपेयी

हिमांशु बाजपेयी

मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

हिमांशु बाजपेयी

और अधिकहिमांशु बाजपेयी

    खाता बही है

    जो तुम बोलो, वही है

    न्यूज़ ये छप रही है

    सब कुछ बिल्कुल सही है

    मगर

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    ख़ाक हुए अरमान क्यों

    शहर हुआ सुनसान क्यों

    धधक रहे श्मशान क्यों

    साँसों पर घमासान क्यों

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    सिस्टम का है बुरा हाल क्यों

    नहीं मिल रहे अस्पताल क्यों

    ऑक्सीजन का है अकाल क्यों

    इंजेक्शन पर है बवाल क्यों

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    सच पर एफ़आईआर क्यों

    रासुका की मार क्यों

    झूठ की जय-जयकार क्यों

    निष्ठुर है सरकार क्यों

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    यूँ ख़तरे में जान क्यों

    जारी है मतदान क्यों

    रैली आलीशान क्यों

    बनते हो अनजान क्यों

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    होगा ये संजोग कब

    बीतेगा ये सोग कब

    हारेगा ये रोग कब

    समझोगे तुम लोग कब

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    खाता बही है

    जो तुम बोलो, वही है

    न्यूज़ ये छप रही है

    सब कुछ बिल्कुल सही है

    मगर

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    मेरे शहर के हैं सवाल कुछ

    स्रोत :
    • रचनाकार : हिमांशु बाजपेयी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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