सफल जनमु मो कउ गुर
saphal janamu mo kau gur
सफल जनमु मो कउ गुर कीना॥ दुख बिसारि सुख अंतरि लीना॥
गिआन अंजनु मो कउ गुरि दीना॥ राम नाम बिनु जीवनु मन हीना॥
नामदेइ सिमरनु करि जानां॥ जगजीवन सिउ जीउ समानां॥
- पुस्तक : संतो की बानी (पृष्ठ 444)
- रचनाकार : नामदेव
- प्रकाशन : राधास्वामी सत्संग ब्यास
- संस्करण : 2006
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