लखनऊ के रचनाकार

कुल: 24

रीतिकालीन कृष्णभक्त कवि।

वास्तविक नाम कुंदनलाल। सखी संप्रदाय में दीक्षित होकर ललित किशोरी नाम रखा। कृष्ण-भक्ति से ओत-प्रोत सरस पदों के लिए स्मरणीय।

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