किसकी नींद स्वप्न किसका

kiskii nii.nd svapn kiska

सविता सिंह

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किसकी नींद स्वप्न किसका

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    एक दिन छूट जाने वाली चीज़ें हैं

    नदी पहाड़ प्रिय का साथ

    प्रेम, हर तरह की याद

    स्वप्न और उन्माद

    और यह जीवन भी है जैसे अपना ही हाथ उलटा पड़ा हुआ

    किसी पत्थर के नीचे

    इसे सीधा करते रहने का यत्न ही जैसे सारा जीवन

    तड़पना पत्थर की आत्मीयता के लिए ज्यों सदा

    हल्के पाँव ही चलना श्रेयस्कर है इस धरती पर इसलिए

    एक नींद की तरह है सब कुछ

    नींद उचटी कि ग़ायब हुआ

    स्वप्न-सा चलता यह यथार्थ

    वैसे यह जानना कितना दिलचस्प होगा

    किसकी नींद है यह

    जिसका स्वप्न है यह संसार

    स्रोत :
    • पुस्तक : स्वप्न समय (पृष्ठ 12)
    • रचनाकार : सविता सिंह
    • प्रकाशन : राधाकृष्ण प्रकाशन
    • संस्करण : 2013

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